बक्सर में  छिटपुट घटनाओं के बीच लगभग 57 फीसदी हुआ मतदान 

10 बजे तक  मतदान का प्रतिशत लगभग 13 रहा , 11.00 बजे लगभग 17 फीसदी रहा, उसके ठीक एक घंटे बाद वोट का प्रतिशत लगभग 33 फीसदी पर पहुँचा 3 बजे तक मतदान लगभग 53 फीसदी और  4 बजे तक 55 फीसदी और अंतिम मतदान प्रतिशत लगभग 57 फीसदी तक गया.

कुछ गांवों में  मतदान का बहिष्कार किया गया, वही दो जगहों पर  हिंसक झड़पें हुई 

राजन मिश्रा/गणेश पांडे
१९ मई २०१९ 

बक्सर- बक्सर  लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए आज अंतिम चरण का मतदान संपन्न हो गया. मतदान बक्सर में आज सुबह 7 बजे से शुरू हुआ जो  संध्या 6 बजे तक सभी विधानसभा के सभी 1856 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया. सूत्रों कि माने तो बक्सर विधानसभा के 4 तथा राजपुर विधानसभा के 1 मतदान केंद्र पर स्थानीय विकास सम्बन्धी मुद्दों के कारण मतदान का बहिष्कार किया. उधर वास्तविक मतदान से पूर्व सभी मतदान केंद्रों पर सुबह 6 से 7 के बीच मॉक पोल कराया गया. वहीं दूसरी तरफ कुल 71 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग तथा 15 मतदान केंद्रों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था थी. जिला स्तर पर महिलाओं द्वारा संचालित 21 सखी मतदान केंद्र तथा दिव्यांगों के लिए दो मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे. बक्सर जिलाधिकारी के मुताबिक़ कि सखी मतदान केंद्रों पर बेहतर व्यवस्था होने के कारण मतदान कर्मियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा. मॉक पोल के दौरान 24 बीयू, 25 सीयू तथा 31 वीवीवीपैट एवं मतदान के दौरान 6 बीयू 6 सीयू एवं 16 वी वी पैट में खराबी आने के कारण इन्हें रिजर्व ईवीएम से बदलकर मतदान कार्यो को शुरू रखा गया.
जिलाधिकारी के प्रेस वार्ता में बताया गया कि 56.6% मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया. हालांकि यह आंकड़ा कल सुबह तक संशोधित भी हो सकते हैं. यह भी बताया गया कि ईवीएम को रखे जाने के लिए वज्रगृह को त्रिस्तरीय सुरक्षा का इंतजाम किया गया है. इसके साथ ही यह भी  बताया गया कि 199, ब्रह्मपुर के मतदान केंद्र संख्या 133 एवं कन्या मध्य विद्यालय ढाकाइच के 134, मतदान केंद्र के बाहर दो गुटों में आपसी झड़प होने की शिकायत प्राप्त हुई . इसकी जांच अनुमंडल पदाधिकारी से कराई जा रही है.
इस बार बक्सर नगर के एमपी हाई स्कूल में मतदाताओं के लिए सेल्फी प्वाइंट बनाया गया था, जहां मतदाता टीवी के स्क्रीन नुमा फ्रेम में जाकर सेल्फी लेते रहे वही दूसरी तरफ बीबी उच्च विद्यालय में बने मतदान केंद्र में बच्चों के लिए किड्स कॉर्नर बनाया गया था. मतदान केंद्र पर बच्चों को लेकर पहुंची महिलाएं किड्स कॉर्नर में बच्चों के साथ बैठी थी वही संवेदनशील मतदान केंद्रों की निगरानी के लिए लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की थी. लेकिन कई मतदान केंद्रों पर कतारबद्ध मतदाताओं को धूप से बचाने के लिए किसी प्रकार विशेष व्यवस्था नहीं  थी.
बक्सर सदर प्रखंड के गोविन्दपुर, पुलिया, कोडरवा, नावागाव, लरई, बलुआ, बलिरामपुर, में मतदान बहिष्कार की घोषणा ग्रामीणों के द्वारा की गई. ग्रामीण रोड नहीं तो वोट नहीं की बात कह रहे थे. वे लोग मतदान करने जा रहे लोगों को भी मतदान करने से रोक दिया. बाद में इसकी सूचना मिलने पर जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने  मतदान करने के लिए लोगों को प्रेरित किया , लोकतंत्र में यह उनका अधिकार है, कि वह मत का प्रयोग करें अथवा नहीं करें.
गौरतलब हो कि इस बार के मतदान से ये साफ़ झलक रहा था कि लोग विकास करने वालो को ही तरजीह देंगे और अब जो भी नतीजा आएगा उसमे आनेवाले लोग निश्चित ही विकास की करेंगे नहीं तो आने वाले समय में चुनाव निकालना असम्भव ही नहीं नामुमकिन भी होगा  

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