कोरोना वायरस को ले स्वास्थ्य विभाग ने मीडिया कर्मियों के लिए जारी किया गाइडलाइन
राजन मिश्रा
23 मार्च 2020
पटना - बिहार में लगातार कोरोना वायरस के पैर पसराने के बाद नीतीश सरकार द्वारा 31 मार्च तक बिहार को लॉकडाउन कर दिया है. पटना में कोरोना से हुई एक मौत और 1 महिला मे कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने के बाद नीतीश सरकार ने यह फैसला लिया है. इस लॉक डाउन के बाद सरकार ने अब पत्रकारों के लिए भी गाइडलाइन जारी कर दिया है.नीतीश सरकार ने कोरोना से जुड़ी खबरों का कवरेज करने के लिए मीडिया के ऊपर भी गाइडलाइन जारी किया गया है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी इस गाइडलाइन के तहत अब इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट, वेब और सोशल मीडिया को इस गाइडलाइन के अंदर ही काम करना होगा. कोरोना वायरस के किसी भी संक्रमित मरीज या उसके परिजन का इंटरव्यू लेने पर अब रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही साथ उस डॉक्टर का इंटरव्यू भी लेने पर रोक होगी जो कोरोना पेसेंट का इलाज कर रहा है. स्वास्थ विभाग ने यह रोक एपिडेमिक के डिजीज एक्ट के तहत लगाई है. इसका उल्लंघन करने वाले मीडिया कर्मियों पर आईपीसी की धारा के तहत कार्यवाही की जाएगी.इसके अलावा सरकार ने कवरेज के लिए यह गाइडलाइन भी जारी किया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित या पॉजिटिव मरीज और उसके परिजनों की पहचान को गोपनीय रखा जाएगा. कोई भी मीडिया इनकी पहचान सार्वजनिक नहीं करेगा. आपको बता दें कि रविवार को बिहार में जिस कोरोना पेसेंट की मौत हुई थी उसकी पहचान स्वास्थ्य विभाग में भी गोपनीय नहीं रखी थी. पटना एम्स प्रबंधन ने उसके संबंध में जानकारी सार्वजनिक की थी जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में यह गाइडलाइन जारी किया है. आगे यह देखना है कि सरकार और जनता के संयुक्त तत्वाधान में चल रहे इस लॉक डाउन से कोरोना वायरस के बढ़ोतरी में क्या कुछ कमी आती है और कब तक देश के लोगों को इस कोरोनावायरस से पूर्णता मुक्ति मिल जाती है
गौरतलब हो कि कोरोना वायरस का कहर भारत सहित सैकड़ों देशों में कोहराम मचा चुका है जिसका अभी तक कोई निदान नहीं निकल सका है लेकिन सूत्रों का यह भी कहना है कि चीन के वुहान से या खबर मिल रही है कि पिछले 5 दिनों में कोरोना वायरस से किसी की मौत नहीं हुई है चीन सरकार द्वारा वहां भी लॉक डाउन कराने के बाद से ही यह खबरें सामने आ रही है जो कई देशों सहित हमारे देश की जनता के लिए एक अच्छी खबर है
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