मुंबई में फेल हुआ प्लाज्मा थेरेपी का पहला प्रयोग, कोरोना मरीज की हुई मौत

कोविड-19 से लड़ाई को लेकर कई वैज्ञानिकों द्वारा भिन्न भिन्न प्रकार की दवाओं का इस्तेमाल पर यह देखा जा रहा है कि आखिर कौन सी दवा पूर्णा वायरस पर भारी पड़ रही है लड़ाई लंबी है खोज जारी है हालांकि यह सच है की हार के बाद ही जीत है

राजन मिश्रा /मंटू पाठक 
3 मई 2020

मुंबई - मुंबई में कोरोना संक्रमित मरीज पर प्लाज्मा थेरेपी का पहला प्रयोग किया गया था। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कोविड-19 रोगी पर इस उपचार पद्धति का प्रयोग सफल होने का दावा किया था, लेकिन बृहस्पतिवार को कोरोना संक्रमित की मौत होने की जानकारी सामने आई है। उन्होंने बुधवार को कहा था कि देश में कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित हुए महाराष्ट्र में प्लाज्मा थेरेपी से कोविड-19 रोगी के इलाज का पहला प्रयोग सफल हो गया है। हालांकि इसके बाद अन्य मरीजों पर भी इसका प्रयोग जारी है। लेकिन बृहस्पतिवार को मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि लीलावती अस्पताल में जिस कोरोना संक्रमित 52 वर्षीय मरीज पर प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग किया गया था उसकी मौत हो गई।
 गौरतलब हो कि वैश्विक महामारी जो कोरोनावायरस के वजह से आया है इसे लेकर डॉक्टर और वैज्ञानिकों की पूरी टीम कई जगहों पर कार्य कर रही है भारत ही नहीं पूरे विश्व में वैज्ञानिकों द्वारा लगातार सोचकर यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर कौन सी दवा कोरोना को मार गिराएगी इसी के तहत तरह तरीकों के खोज किए जा रहे हैं और लगातार प्रयासों का दौर जारी है अब आगे यह देखना है कि कौन सी दवा सटीक कार्य करती है
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