श्री पीयूष गोयल ने कहा कि सहयोग, साथ मिलकर काम करना और प्रतिबद्धता भारत और आसियान देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का मार्गदर्शन करेंगे
भारत ने खुद को विश्व के लिए विश्वसनीय भागीदार के रूप में प्रदर्शित किया, विशेष रूप से दबाव के समय में: श्री गोयल
वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि 3 सी- सहयोग, मिलकर काम करना और प्रतिबद्धता, भारत और आसियान देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का मार्गदर्शन करेंगे। आसियान-भारत व्यापार परिषद की वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए, श्री गोयल ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौर ने भारत को एक अनोखा अवसर प्रदान किया और उसने खुद को दुनिया के सामने एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में प्रदर्शित किया। श्री गोयल ने आसियान क्षेत्र के साथ मित्रता का हाथ बढ़ाया, जिसे उन्होंने गहरा और बहुमूल्य साझेदार और प्रगति में सहयोगी बताया।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत एक आत्मनिर्भर देश की ओर संकेत करता है, जो समान और निष्पक्ष शर्तों पर ताकत और आत्मविश्वास से दुनिया के साथ जुड़ने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत और आसियान विभिन्न कारणों से पूर्ण व्यापार क्षमता का दोहन नहीं कर पाए हैं, लेकिन अब व्यापार का विस्तार करने, सभी देशों और व्यवसायों की चिंताओं को दूर करने और मतभेदों को सुलझाने के लिए मैट्रिक्स खोलने का समय आ गया है। उन्होंने व्यवसायों के माध्यम से आसियान के लिए भारत की दोस्ती और साझेदारी को बढ़ाया, ताकि दोनों सहयोगी एक साथ सफल, सुरक्षित भविष्य, एक साथ काम कर सकें, समृद्धि प्राप्त कर सकें और 300 बिलियन डॉलर के व्यापार का लक्ष्य प्राप्त कर सकें। श्री गोयल ने कहा कि व्यापार परिषद की बैठक चिंताओं और सर्वोत्तम प्रथाओं पर विचार करने, विचारों को साझा करने और समस्याओं को चिह्नित करने के लिए एक अच्छा मंच है।
श्री गोयल ने कहा कि महामारी के शुरुआती दिनों के दौरान, कोविड-19 से लड़ने के लिए भारत अपनी जरूरतों के लिए दुनिया के सामने गया, लेकिन बहुत अधिक खिंचाव देखने को नहीं मिला, क्योंकि हर कोई अपनी आवश्यकताओं के अनुसार चल रहा था। लेकिन, दूसरी ओर, भारत ने दवाइयाँ प्रदान करने की क्षमता के साथ, दुनिया के लिए फार्मेसी के रूप में कार्य किया। हमने दुनिया के 150 से अधिक देशों में, विशेष रूप से कम विकसित राष्ट्रों के लिए, दुनिया के हर हिस्से में दवाओं की आपूर्ति की। शुरू में प्रतिबंध लगाए गए थे लेकिन यह सुनिश्चित करने के नेक इरादे के साथ था कि गरीब राष्ट्र दवाओं से वंचित न रहें। इस सब से पता चलता है कि भारत एक लचीला देश है, एक विश्वसनीय साथी और वास्तव में एक मित्र है।
श्री गोयल ने कहा कि देश ने पीपीई, मास्क बनाने की पर्याप्त क्षमता विकसित की और हमारी जांच क्षमता जो 1000 से कम थी वह प्रति दिन लगभग एक मिलियन हो गई है। “हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर बन रहे हैं। श्री गोयल ने कहा कि इस अवधि के दौरान, भारतीयों ने सामाजिक भिन्नता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता और चेतना विकसित की, व्यक्तिगत स्वच्छता पर पर्याप्त ध्यान देने के लिए, हर समय मास्क पहनना और नजदीकी का ध्यान रखा।” वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि भारत के लचीलेपन, समस्याओं को दूर करने की क्षमता और उसके सामूहिक प्रयासों से यह सुनिश्चित हुआ कि हम जीवन और आजीविका की रक्षा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाने के लिए हमने सख्त लॉकडाउन लागू किया और फिर आजीविका के मुद्दों पर ध्यान देने के लिए तेजी से लॉकडाउन हटाना सुनिश्चित किया। इन तमाम तत्वों की जानकारी पीआईबी के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जारी की गई
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