शाहजहांपुर/कलान। थाना क्षेत्र कलान में एक ब्यक्ति को अपने घर से कब्जेदारों की शिकायत करना महंगा पड़ गया। सूबे के मुख्यमंत्री अबैध कब्जेदारों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कर रहे है। जिसके तहत भू माफियाओं पर कार्रवाई के लिए एंटी भू माफियां सेल का गठन किया था। कलान निवासी चंद्र शेखर गुप्ता ने जनसुनवाई पोर्टल पर मकान पर कब्जे की शिकायत की थी। चन्द्रशेखर ने शिकायत में बताया कि उनके मकान की ऊपरी मंजिल पर हर्षित गुप्ता व अजय गुप्ता ने अवैध कब्जा कर रहा है। उन्होंने स्थानीय पुलिस को कई शिकायतें की लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई। जब चंद्रशेखर ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर जनसुनवाई पर शिकायत कर दी। जब जनसुनवाई पर शिकायत हुई तो हर्षित गुप्ता ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके साथ जमकर मारपीट की। जब पीड़ित चन्द्रशेखर स्थानीय पुलिस के पास शिकायत करने गया तो उल्टा कलान पुलिस ने उसको थाने में बैठा लिया। और गन्दी गन्दी गालियां देते हुए कहने लगा कि मुख्यमंत्री के पोर्टल पर बहुत शिकायत करते हो जांच इसी थाने में आएगी। जांच मुख्यमंत्री करने नही आयेंगे। इसके साथ ही पुलिस ने शिकायत न करने की हिदायत देते हुए पीड़ित से एक प्रार्थना पत्र भी लिखवा लिया कि वह फिर से अबैध कब्जा की शिकायत नही करेगा। कलान पुलिस की कार्यशैली से मुख्यमंत्री की जनकल्याणकारी योजना को धूमिल करने का काम कर रही है। जिससे जनता में सूबे की सरकार के प्रति आक्रोश पनप रहा है। बुधवार को पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
शाहजहांपुर/कलान। थाना क्षेत्र कलान में एक ब्यक्ति को अपने घर से कब्जेदारों की शिकायत करना महंगा पड़ गया। सूबे के मुख्यमंत्री अबैध कब्जेदारों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कर रहे है। जिसके तहत भू माफियाओं पर कार्रवाई के लिए एंटी भू माफियां सेल का गठन किया था। कलान निवासी चंद्र शेखर गुप्ता ने जनसुनवाई पोर्टल पर मकान पर कब्जे की शिकायत की थी। चन्द्रशेखर ने शिकायत में बताया कि उनके मकान की ऊपरी मंजिल पर हर्षित गुप्ता व अजय गुप्ता ने अवैध कब्जा कर रहा है। उन्होंने स्थानीय पुलिस को कई शिकायतें की लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई। जब चंद्रशेखर ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर जनसुनवाई पर शिकायत कर दी। जब जनसुनवाई पर शिकायत हुई तो हर्षित गुप्ता ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके साथ जमकर मारपीट की। जब पीड़ित चन्द्रशेखर स्थानीय पुलिस के पास शिकायत करने गया तो उल्टा कलान पुलिस ने उसको थाने में बैठा लिया। और गन्दी गन्दी गालियां देते हुए कहने लगा कि मुख्यमंत्री के पोर्टल पर बहुत शिकायत करते हो जांच इसी थाने में आएगी। जांच मुख्यमंत्री करने नही आयेंगे। इसके साथ ही पुलिस ने शिकायत न करने की हिदायत देते हुए पीड़ित से एक प्रार्थना पत्र भी लिखवा लिया कि वह फिर से अबैध कब्जा की शिकायत नही करेगा। कलान पुलिस की कार्यशैली से मुख्यमंत्री की जनकल्याणकारी योजना को धूमिल करने का काम कर रही है। जिससे जनता में सूबे की सरकार के प्रति आक्रोश पनप रहा है। बुधवार को पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
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