बक्सर रेलवे स्टेशन का मंडल रेल प्रबंधक ने किया निरीक्षण, जारी हुए दिशा निर्देश 


राजन मिश्रा,4 मई 2024

बक्सर - दानापुर के रेल मंडल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी ने शनिवार को बक्सर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मल्टी नेशनल रेलवे स्टेशन बनाए जाने के संदर्भ में किये जा रहे कार्यों के साथ ही मालगोदाम, रेलवे क्वार्टर तथा रेलवे परिसर का निरीक्षण किया एवं रेल कर्मियों तथा यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही. साथ ही गर्मी के दिन में कार्य कर रहे रेल कर्मियों का हाल- चाल भी जाना इस दौरान वह चौसा भी गए जहां उन्होंने निर्माणाधीन थर्मल पावर प्लांट के लिए बिछाई जा रही नई रेल लाइन स्थल का भी निरीक्षण किया. साथ ही रेलकर्मियों के नए आवास बनाने के संदर्भ में चर्चा की.उन्होंने रेल कर्मियों को कर्तव्य के निर्वहन के दौरान अपने साथ ओआरएस के पैकेट एवं पानी की बोतल साथ रखने का अनुरोध किया ताकि गर्मी के दिनों में कार्य निष्पादन के दौरान उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो. मंडल जनसंपर्क अधिकारी पृथ्वी राज ने बताया कि कई रेलकर्मियों को डीआरएम ने स्वयं ओआरएस के पैकेट तथा पानी के थर्मस बांटे साथ ही गर्मी के दिनों में बरती जाने वाली सुरक्षा से संबंधित पम्पलेट दिए जिसमें डिवीजनल रेल हॉस्पिटल का आपातकालीन सहायता नंबर भी मौजूद था. उन्होंने रेल यात्रियों के लिए पानी के इंतजामों के साथ-साथ सुरक्षा के प्रबंध का भी जायजा लिया एवं जीआरपी तथा आरपीएफ के अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए. रेलकर्मियों के पुराने आवासीय परिसर इन दिनों असामाजिक तत्वों की शरणस्थली हो गए हैं. वहां मादक पदार्थों के सेवन करने वाले एवं ट्रेनों तथा रेलवे परिसर आदि में चोरी करने के बाद अपराधी यहीं आकर शरण लेते हैं. ऐसे में इन पुराने आवासों को हटाकर कर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाये जाने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई.

वही डीआरएम दक्षिणी रेलवे कॉलोनी के पोखर के समीप प्रस्तावित वाशिंग पिट निर्माण स्थल का भी निरीक्षण किया एवं अधिकारियों से इस संदर्भ में जानकारी प्राप्त की. माल गोदाम रोड की बदहाली के संदर्भ में भी उनके समक्ष बात रखी गई जिस पर उन्होंने यह कहा कि रेलवे स्टेशन के विकास के साथ-साथ इस रोड का भी निर्माण प्रस्तावित है.

 गौरतलब हो कि जब रेल प्रशासन के लोग यह जानते हैं कि कहां असामाजिक तत्वों का जमवाड़ा लगता है तो उनकी गिरफ्तारी रेलवे प्रशासन के लोगों द्वारा क्यों नहीं की जाती ? , कही इसके पीछे भी निजी स्वार्थ तो काम नहीं करता. ठीक इसी तरह रेलवे के आसपास लगने वाले दुकानदारों का माहौल भी बना हुआ है जो अधिकारियों की धमक सुनते ही अपनी दुकान हटा लेते हैं और इनके जाते ही इनकी दुकानदारी फिर से सज जाती है आखिर इनको सूचना कौन देता है जब इसके तह पहुंच जाएगा तो यहां के सरकारी कर्मचारी जिन पर जिम्मेदारी दी गई है उन्होंने नाजायज कर्मचारी बहाल करके रखा है ऐसे में ईमानदारी की व्यवस्था बनाकर रेलवे के लोगों की छवि साफ-सुथरा दिखाया जाना बेमानी है वहीं दूसरी ओर रेल यात्रियोंकी सुरक्षा की बातें भी कर तो आज की तारीख में बक्सर रेलवे स्टेशन पर लोग बंदरों के कारण काफी असुरक्षित है लेकिन इनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है आए दिन लोग बंदरों के शिकार हो रहे हैं और अधिकारी अपना पीठ थपथपा रहे हैं यह सब कहीं ना कहीं  आम लोगों के साथ धोखा है

इस निरीक्षण के दौरान गति शक्ति के अधिकारी सुनील कुमार एवं ए के जायसवाल के साथ-साथ एसीएस गंगासागर मंडल, सीनियर डीपीओ अशोक कुमार, सीनियर डीइएन विकास राघव, सीनियर डीसी प्रकाश कुमार पंडा, रेलवे स्टेशन मैनेजर कमलेश कुमार सिंह, टीआई शिशिर कुमार पांडेय, एइएन कुमार सानू, आइओडब्ल्यू के बी तिवारी, आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक दीपक कुमार तथा समस्त रेलकर्मी मौजूद थे.

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