पल्लेकेले में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए दूसरे वनडे में भारतीय टीम ने 3 विकेट से जीत दर्ज की. यूं तो यह मुकाबला कम स्कोर का रहा, लेकिन दर्शकों की सांसें आखिर तक थमी रही. श्रीलंका के स्पिनर अकिला धनंजय के आगे भारतीय टीम पस्त दिखी. भारत का स्कोर एक समय पर 131 रन पर 7 हो गया, लेकिन फिर वो हुआ जिसको हर किसी का इंतजार था. पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर अपना दम दिखाया और टीम इंडिया को जीत दिलाई.
68 गेंदों में 45 रनों की पारी यूं तो धोनी की किसी भी आम पारी से अलग थी, क्योंकि ना तो इसमें चौकों की झड़ी थी और ना ही छक्कों की बारिश. लेकिन इस तरह की परिस्थिति में ऐसी ही पारी की दरकार थी. धोनी ने बड़े ही शांति के साथ भुवनेश्वर कुमार के साथ मिलकर 100 रनों की साझेदारी की और टीम को विजय दिलाई.

2019 वर्ल्ड कप के लिए खुद को साबित करने का धोनी के पास आखिरी मौका

पिछले काफी समय से लगातार सवाल उठ रहे थे कि क्या अब धोनी का समय पूरा हो गया है, क्या अब उन्हें खेल छोड़ देना चाहिए. चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद ने भी कहा था कि धोनी की जगह टीम में पक्की नहीं है, अगर वो परफॉर्म करेंगे तो ही टीम में चयन होगा. एक बार फिर मैच फिनिशर की भूमिका अदा करके धोनी ने साबित कर दिया कि अभी उनमें दम है.

300 मैचों से दो कदम दूर

महेंद्र सिंह धोनी दो मैच और खेलते ही 300 वनडे पूरे कर लेंगे. धोनी ने अभी तक 298 मैचों में 9541 रन बनाए हैं. इस दौरान धोनी का औसत 51.57 रहा. वहीं धोनी के नाम 10 शतक और 64 अर्धशतक हैं. धोनी अपने करियर में लंबे छक्के जड़ने के लिए जाने जाते हैं, अभी तक वह 208 छक्के जड़ चुके हैं.

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