लोगों को पैदल चलकर आने की आवश्यकता नहीं निकटतम थाने या प्रखंड में सूचना देकर अपने गंतव्य तक पहुंचे - नीतीश कुमार

बाहर से पैदल चलकर आने वाले लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्थायें होनी चाहिये।बाहर से पैदल चलकर न आयें। निकटतम प्रखण्ड/थाने में पहुंचकर सूचना दें ताकि व्यवस्था कर गंतव्य तक पहुंचाया जा सके- नीतीश कुमार

राजन मिश्रा/ गणेश पांडे                                                              9 मई 2020
पटना - बाहर से पैदल चलकर आने वाले लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्थायें होनी चाहिये।बाहर से पैदल चलकर न आयें। निकटतम प्रखण्ड/थाने में पहुंचकर सूचना दें ताकि व्यवस्था कर गंतव्य तक पहुंचाया जा सके इस तरह की व्यवस्था की जाए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोविड-19 महामारी के प्रभावी नियंत्रण, निगरानी एवं रोकथाम के लिये वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से 1 अणेमार्ग स्थित नेक संवाद से उच्चस्तरीय समीक्षा  के दौरान यह निर्देश दिया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि अब तक राज्य में 589 कोरोना पाजिटिव मरीज हैं, जिनमें 318 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और 5 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। ये 5 लोग किसी और गंभीर बीमारियों से भी पीड़ित थे। 96 कोरोना पाजिटिव मरीज राज्य में बाहर से आये लोग हैं। उन्होंने बताया कि बाहर से आये रेड जोन के लोगों का रैंडम सैंपलिंग कराया जा रहा है। दवाओं, उपकरणों इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय।
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने ब्लाक क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्वारंटाइन सेंटरों में 72 हजार लोग आवासित हैं और वहां सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायी गयी हैं। सभी के फोन नंबर उपलब्ध हैं, जिसके आधार पर उनसे फीडबैक लिया जा रहा है और उसके आधार पर कार्य किया जा रहा है।              
समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्किल सर्वे के आधार पर प्रवासी श्रमिकों के लिये रोजगार सृजन की कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार इनसे संबंधित निर्माण इकाईयों की स्थापना राज्य में ही करने हेतु समुचित कार्रवाई की जाय ताकि यहीं पर उनके स्किल के अनुसार उन्हें स्थायी रूप से रोजगार उपलब्ध कराया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल मधेपुरा में भी आरटीपीसीआर टेस्टिंग फैसिलिटी शुरू करायी जाय ताकि आसपास के जिले के लोगों को सुविधा हो। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में आइसोलेशन बेड की संख्या बढ़ायी जाय। डाक्टर, नर्सेज एवं अन्य पारा मेडिकल स्टाफ जो कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाय तथा उनके लिये पीपीई किट्स, मास्क इत्यादि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण से लोगों की सुरक्षा के लिये भी हम सबको विशेष ध्यान रखना होगा। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि पंचम वित्त आयोग की राशि से ग्राम पंचायतों में कोरोना संक्रमण से लोगों की सुरक्षा के लिये साबुन, सैनिटाइजर तथा जीविका द्वारा निर्मित मास्क उपलब्ध कराया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटरों पर समय पर गुणवत्तापूर्ण भोजन की व्यवस्था रहे। आपदा प्रबंधन विभाग के एसओपी  के अनुसार सारी व्यवस्थायें सुनिश्चित हों। उन्होंने कहा कि ब्लाक क्वारंटाइन सेंटर में दरी, बिछावन, मच्छरदानी, मास्किटो क्वायल की समुचित व्यवस्था हो ताकि लोगों को परेशानी न हो। महिलाओं एवं बच्चों के लिये अलग व्यवस्था रखी जाय।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में हुये सर्वेक्षण के आधार पर जल्द से जल्द नये राशन कार्ड लोगों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय स्तर पर अगर इस कार्य में कोई पदाधिकारी शिथिलता बरतते हैं तो उन्हें चिन्हित कर समुचित कार्रवाई की जाय। 
गौरतलब हो कि बिहार सरकार द्वारा हर प्रकार के सुविधाओं को लोगों तक पहुंचाने का दिशा निर्देश लगातार जारी किया जा रहा है और लोगों तक सुविधाएं पहुंच भी रही है बावजूद इसके कहीं कहीं से परेशानियों का सामना कर रहे लोगों की खबरें भी प्राप्त हो रही है लेकिन वैश्विक महामारी का विकराल रूप से उत्पन्न हुए परेशानियों क्षणभर में खत्म नहीं किया जा सकता है जिसे लेकर बार-बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लोगों को धैर्य रखने के साथ ही अपने बचाव करने को लेकर सुझाव दिया जा रहा है लोगों को इन बातों को समझना होगा

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